Thursday 16 February 2017

दुनिया मैं यूँ ही होता है...




जब जब दर्द का बादल छाया.....
जब गम का साया लहराया...
जब ये तनहा दिल घबराया..
जब साथ देने कोई न आया...
जब खुद को बीच तूफ़ान मैं पाया...
जब आंखों मैं आंसू भर आया...
हमने दिल को यूँ समझाया...
की आखिर दिल तू क्यों रोता है...
दुनिया में यूँ ही होता है...
ये दर्द है सब के हिस्से में आया...
इस गम ने सबका ही दिल सहलाया...
आंखे तेरी बेकार ही नम हैं...
देख हर पल एक नया मौसम है...
देख बस ये कुछ दिनों का गम है...
फिर तू क्यू इस ज़िद पर है आया...
तब हमने दिल को ये समझाया...
दिल आखिर तू क्यू रोता है...
दुनिया मैं यूँ ही होता है...

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